जयपुर। किसान अपने बेहतर कल के लिए फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए ऋण लेता है लेकिन कई बार मौसम और बीमारी की मार से फसल खराब हो जाती है और समय पर ऋण नहीं चुका पाता, ब्याज बढ़ता जाता है और उसे पुनः ऋण नहीं मिल पाता, वह दृष्चक्र में फंस जाता है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की संवेदनशील सरकार ने किसानों की इस समस्या का हल मुख्यमंत्री अवधिपार ब्याज राहत एकमुश्त समझौता योजना- 2025-26 से निकाला जिसमें अवधिपार ऋण राशि का मात्र 25 प्रतिशत जमा करवाने पर किसान को ब्याज में एकमुश्त राहत दी जाती है और वह पुनः ऋण लेने का पात्र हो जाता है।
यह योजना जोधपुर समेत पूरे राज्य के किसानों के लिए भी वरदान साबित हो रही है। इस योजना के अंतर्गत जोधपुर सहकारी भूमि विकास बैंक लिमिटेड से अब तक 36 किसानों ने 62.41 लाख रूपये की ऋण राहत प्राप्त की है। इन किसानों द्वारा अपेक्षाकृत बहुत कम राशि जमा करवाकर योजना के तहत ब्याज एवं दण्ड ब्याज में उल्लेखनीय राहत प्राप्त की गई है।
मुख्यधारा में लौट रहे हैं ऋणी किसान-
यह योजना किसानों को वित्तीय पुनर्निर्माण का अवसर देती है और उन्हें पुनः मुख्यधारा से जोड़ने में सहायक है। आगामी 30 जून से पूर्व ऋण की अवधिपार राशि का कम से कम 25 प्रतिशत जमा कर इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है।
किसानों को मिली लाखों की राहत-
योजना के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों के किसानों को उल्लेखनीय राहत दी गई है। मथानियां तिंवरी के अमानाराम को 3,41,554 रूपए, भीयासर आउ के पूनमचंद को 2,23,812, बावड़ी के देवीसिंह को 2,02,665, आमला फलौदी के ब्रह्मदेव को 1,65,210, सेखाला के रेवन्तसिंह को 1,33,845, दलपत नगर शेरगढ़ के धारूराम को 1,07,850, बाराकल्ला ओसियां निवासी श्यामलाल को 1,06,500 रूपए की राहत प्रदान की गई है। इस सभी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का आभार प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री अवधिपार ब्याज राहत योजना से मिला किसानों को आर्थिक संबल
