नई दिल्ली। Diabetes एक लाइलाज बीमारी है, जिसमें व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इस बीमारी में पैनक्रियाज सही मात्रा में इंसुलिन नहीं बना पाता या बॉडी के सेल्स इंसुलिन का ठीक तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। इंसुलिन एक हार्मोन है, जो ब्लड में ग्लूकोज लेवल को मैनेज करता है। इसलिए इसकी कमी की वजह से Blood Sugar लेवल बढ़ने लगता है और हाइपरग्लाइसेमिया की समस्या हो सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में साल 2023 में Diabetes के कुल 10.1 करोड़ मामले थे, जो काफी भयावह है। ऐसे में Diabetes की वजह से होने वाले Nerve Damage के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है, क्योंकि अगर इस खतरनाक बीमारी को कंट्रोल न किया जाए, तो ऑर्गन फेलियर या जान जाने का खतरा भी रहता है।
ब्लड शुगर बढ़ने की वजह से ब्लड वेसल्स और नर्व्स को काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए Diabetes के मरीजों में Diabetic Neuropathy, हाई ब्लड शुगर की वजह से नर्व्स को होने वाला नुकसान, का खतरा काफी अधिक रहता है। ब्लड शुगर लेवल बढ़ने की वजह से नर्व्स को धीरे-धीरे नुकसान होने लगता है।
वैसे तो यह शरीर के किसी भी हिस्से के नर्व्स को क्षति पहुंचा सकता है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा जोखिम पैरों में होता है। इसलिए इसके लक्षणों के बारे में जानकारी होना जरूरी है, ताकि वक्त रहते इसे रोका जा सके। इसलिए हमने डॉ. साहिल कोहली (मैक्स अस्पताल, गुरुग्राम के न्यूरोलॉजी और न्यूरोसाइंस के प्रमुख कंसल्टेंट) से बात की। आइए जानते हैं, इस बारे में उन्होंने क्या बताया।
अगर यह स्थिति लंबे समय तक ऐसे ही रहे, तो कई गंभीर समस्याएं, जैसे फुट अल्सर, इन्फेक्शन और कभी-कभी बोन डैमेज भी हो सकता है। इसके कुछ लक्षण ऐसे भी होते हैं कि ब्लड शुगर लेवल कम होने पर भी पता न लगना, दर्द महसूस करने की क्षमता कम हो जाती है, जैसे- हार्ट अटैक आने पर अन्य व्यक्ति की तुलना में कम दर्द महसूस होना, मूत्र संबंधी समस्याएं और खाना पचाने में ज्यादा समय लगना और पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी हो सकता है।
नर्व डैमेज होने की समस्या से बचने के लिए ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना सबसे ज्यादा जरूरी
