कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बल्लेबाज़ रिंकू सिंह आगामी टी20 विश्व कप में भारतीय टीम में जगह पाने के बड़े दावेदार हैं। हालांकि IPL 2024 में रिंकू का बल्ला बोल नहीं रहा है, लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफ़ान पठान का मानना है कि IPL में रिंकू का प्रदर्शन विश्व कप दल में उनके चयन के आड़े नहीं आएगा।इरफ़ान भी यही मानते हैं कि टी20 विश्व कप में रिंकू के चयन का आधार उनका IPL फ़ॉर्म नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनका हालिया प्रदर्शन बनेगा।”चयनकर्ता ये नहीं भूलेंगे कि रिंकू ने IPL से ठीक पहले क्या किया था। रिंकू ऐसा खिलाड़ी है जिस पर आपको दांव लगाना ही लगाना है। ये मैच विनर है।”रिंकू ने पिछले साल अगस्त में भारत के लिए अपना टी20 डेब्यू किया था और अब तक का उनका करियर शानदार रहा है। अब तक खेले 15 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की 11 पारियों में रिंकू ने 89 की अदभुत औसत और 176.24 की स्ट्राइक-रेट के साथ 356 रन बना दिए हैं। इस दौरान वह सात बार नाबाद भी रहे हैं जिससे पता चलता है कि वह कितने अच्छे फ़िनिशर हैं। इतने छोटे अंतर्राष्ट्रीय करियर में ही रिंकू ने दो अर्धशतक लगा दिए हैं और उनके बल्ले से 20 छक्के भी निकल चुके हैं।रिंकू ने इस सीज़न नौ मैचों में 20.50 की औसत से केवल 123 रन बनाए हैं। इस सीज़न उनका सर्वोच्च स्कोर 26 का रहा है। रिंकू ने IPL से पहले भारतीय टीम के लिए खेले मैचों में दमदार प्रदर्शन किया था। ख़ास तौर से टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में उनके आंकड़े कमाल के हैं। इन असंतोषजनक आंकड़ों के इतर इरफ़ान का यह मानना है कि भारतीय टीम के लिए रिंकू जिस तरह की भूमिका निभाएंगे उसे देखते हुए भारतीय दल में उनकी जगह पक्की है।इरफ़ान ने कहा, “रिंकू सिंह का फ़ॉर्म चिंता का विषय नहीं होना चाहिए। IPL से पहले की बात करें तो रिंकू कमाल की फ़ॉर्म में थे। साउथ अफ़्रीका में मैच जिताया, ऑस्ट्रेलिया के सामने अच्छी बल्लेबाज़ी करके मैच जिताया था। ये फ़िनिशर है। फ़िनिशर का रोल ऐसा होता है कि जब आप उसके आंकड़े देखने जाएंगे तो उसके सिर पर औरेंज कैप नहीं होगा। आप ये नहीं कहेंगे कि इसने 300-400 रन नहीं बनाए। आपको ये देखना है कि सीज़न खत्म होते-होते वो मैच जिता रहा है या नहीं।”अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रिंकू का हालिया प्रदर्शन इरफ़ान के इस दावे को मज़बूती देता है। ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ रिंकू ने फ़िनिशर की भूमिका में ख़ुद को स्थापित भी किया था। हालांकि रिंकू फ़िनिशर के अलावा अपनी बल्लेबाज़ी से यह भी प्रदर्शित कर चुके हैं कि वह ज़रूरत पड़ने पर लंबी बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं। जनवरी महीने में अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ बेंगलुरु में खेले गए मैच में रिंकू छठे नंबर पर तो बल्लेबाज़ी करने आए थे लेकिन उनकी बारी पावरप्ले में ही आ गई थी। भारत ने महज़ 22 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे और यहां से रिंकू ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर भारत को एक बड़े स्कोर तक पहुंचाया था।