नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर, दोनों देशों ने सीजफायर (युद्धविराम) करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय दोनों देशों के बीच संभावित युद्ध से बचने और शांति की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। भारत सरकार के शीर्ष सूत्रों ने इस फैसले की पुष्टि की है और बताया कि दोनों देशों के बीच अब तक की सबसे गंभीर सैन्य टकराव की स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। सीजफायर के बाद, दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को रोकने का फैसला किया है, जिससे सीमा पर सुरक्षा स्थिति में सुधार की संभावना बन रही है।

शाम 5 बजे से सीजफायर लागू
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया,पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 3:35 बजे भारत के डीजीएमओ को फोन किया। उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष शाम 5 बजे IST से ज़मीन, हवा और समुद्र पर सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे
डोनाल्ड ट्रंप की पहल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद दोनों देशों के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और शांति स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। ट्रंप के आग्रह पर, दोनों देशों ने बातचीत की और सीजफायर के लिए सहमति जताई। अमेरिकी प्रशासन ने भी इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भूमिका निभाई, जिससे दोनों देशों के बीच एक नयां विश्वास बनाने में मदद मिली।
भारत सरकार ने इस निर्णय को लेकर एक और अहम बयान जारी किया है। भारत ने स्पष्ट किया है कि सीजफायर के बावजूद, भविष्य में यदि पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की आतंकी कार्रवाई होती है, तो इसे भारत के खिलाफ युद्ध के रूप में देखा जाएगा और उसी के अनुसार कड़ा जवाब दिया जाएगा।
भारत सरकार के शीर्ष सूत्रों ने यह जानकारी दी कि, “भारत ने फैसला किया है कि पाकिस्तान के किसी भी आतंकी हमले को राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ युद्ध के रूप में लिया जाएगा और उसी तरह की सैन्य प्रतिक्रिया दी जाएगी। यह फैसला केवल सीमाओं पर शांति बनाए रखने के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए भी है।”