जयपुर। राजधानी जयपुर में बारिश का कहर देखने को मिला है। कानोता बांध में डूबने से पांच युवकों की मौत हुई है। देर रात तीन बजे तक रेस्क्यू टीम व सिविल डिफेंस का ऑपरेशन चला। पांच शवों को निकाल लिया गया है। पहले दो शवों को निकाला गया, फिर दो शवों को निकाला गया। लेकिन आखिर में देर रात तक बचे हुए एक शव को भी बाहर निकाल लिया। रात तीन बजे तक कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित व अन्य अधिकारी मौके पर रहें।
शवों को निकालने के बाद एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। जहां पर आज मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके बाद शवों को परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।
बता दें कि कानोता बांध पर रविवार शाम करीब चार बजे यह घटना हुई। कानोता बांध में 6 युवक डूब गए थे। इनमें से एक युवक समय रहते बाहर निकल आया। सूचना मिलने पर मौके पर एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस की टीम की पहुंची और रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया गया। रात एक बजे तक प्रशासन ने चार शवों को बाहर निकाल लिया। लेकिन एक शव नहीं निकल सका। जिसके चलते भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा था। क्योंकि बारिश भी तेज हो रही थी। जिसके चलते पानी का बहाव तेज था। ऐसे में देर रात तीन बजे तक सभी शवों को बाहर निकाला गया।
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में पिछले तीन दिन से रुक-रुककर हो रही अब आफत बनती जा रही है। एक तरफ मोरेल नदी उफान पर होने के चलते सड़क मार्ग बाधित है। वहीं, दूसरी ओर बौंली उपखंड में बांध की पाल टूटने से आसपास के इलाके जलमग्न हो गए और घरों में पानी भर गया। इसके अलावा भारी बारिश के चलते रणथंभौर में 100 से अधिक लोग फंसे हुए है। जिन्हें सुरक्षित निकालने के लिए सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
जिला मुख्यालय सहित आसपास के इलाकों में बीते 60 घंटों से रुक-रुक कर हो रही बारिश का दौर सोमवार को भी बना हुआ है। भारी बारिश के अलर्ट के चलते यहां आज स्कूलें भी बंद है। जिले में पिछले 24 घंटे में 44.82 एमएम बारिश दर्ज की गई है। जिले में अब तक 637.88 एमएम वर्षा हो चुकी है। जबकि जिले में औसत बारिश का आंकड़ा 650 एमएम है। बारिश इसी तरह चलती रही तो सवाईमाधोपुर जिले में आगामी दस दिनों में बारिश का आंकड़ा औसत से ऊपर पहुंच जाएगा।
श्री गणेश धाम दर्शनों के लिए रविवार शाम को 100 से अधिक श्रद्धालु गए थे, लेकिन गणेश धाम और जोगी महल के पास फंस गए। भारी बारिश के चलते शेरपुर तिराहे से जोगी महल तक संपर्क कट हुआ है। सूचना पर एसडीएम और एसपी मौके पर पहुंचे और एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया। लेकिन, भारी बारिश और अंधेरे के चलते रात में रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं हो सका था। ऐसे में आज सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। 15 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। शेष लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रयास जारी है।
मलारना डूंगर उखंड क्षेत्र में बारिश के चलते नदी नाले उफान पर है। ऐसे में गांव-ढाणियों का मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है। मोरेल नदी उफान पर होने के कारण भाड़ौती-मथुरा मेगा हाइवे और सवाईमाधोपुर-गंगापुर सिटी मुख्य मार्ग पर आवागमन बंद है। बारिश के कारण मायापुर, आनंदपुरा व गुर्जर टापरी का उपखण्ड मुख्यालय से सम्पर्क कटा हुआ है। सांगरवसा गांव में मकान गिर गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
बौंली उपखंड में हिंदूपुरा गांव में सोमवार तड़के चार बजे बांध टूटने से आसपास के घरों में पानी भर गया। जलभराव के कारण 20 से ज्यादा गांव को जोड़ने वाली कोली मोहल्ला पुलिया पर आवागमन बाधित है। यहां पानी 6 फीट ऊपर से बह रहा है।
बारिश के चलते सवाईमाधोपुर के रणथभौर स्थित पिकनिक स्पॉट पर भी अच्छी खासी रौनक हुई है। यहां के सभी झरने अपने चरम पर हैं। इसी के साथ ही जिले के सभी 17 बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई है। ढील बांध, नागोलाव, नाग तलाई, गण्डाल, नया तालाब लिवाली बांध बारिश के पानी से छलक रहे हैं।
जयपुर में बारिश का कहर: प्रदेश में कहीं नदी उफनी तो कहीं बांध टूटा
