काहिरा। गाजा में युद्धविराम पर दबाव बनाने वाली चालों के बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि गाजा में युद्ध खत्म करने, सेना की वापसी और हमास को वहां की सत्ता में बनाए रखने की शर्तों को इजरायल नहीं मानेगा।
उन्होंने कहा, इजरायल के सुरक्षित भविष्य के लिए हमास की सैन्य क्षमता का खात्मा जरूरी है। इजरायल सात अक्टूबर, 2023 को लिए गए संकल्प से पीछे नहीं हटेगा। इस बीच इजरायल ने कतर के न्यूज चैनल अल-जजीरा की देश में गतिविधियों पर रोक लगा दी है और यरुशलम स्थित उसके कार्यालय की तलाशी ली है। न्यूज चैनल को गाजा युद्ध की गलत रिपोर्टिंग का जिम्मेदार माना गया है।
नेतन्याहू ने कहा, बंधकों की रिहाई के लिए इजरायल गाजा में अस्थायी युद्धविराम के लिए तैयार है। बदले में वह फलस्तीनी कैदियों को भी रिहा करेगा। इजरायल से इससे ज्यादा की अपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने इजरायली बंधकों की संख्या 130 से ज्यादा होने की संभावना जताई है।
इजरायली प्रधानमंत्री के बयान के बाद हमास प्रमुख इस्माइल हानिया ने कहा, उनका संगठन गाजा में स्थायी युद्धविराम स्वीकार करने के लिए तैयार है। इसके बाद फलस्तीनी कैदियों के बदले में इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया जाएगा। हानिया ने नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि वह गाजा पर हमले जारी रखना और लड़ाई का क्षेत्र बढ़ाना चाहते हैं।
विदित हो कि सात अक्टूबर से जारी इजरायली हमले में गाजा में अभी तक लगभग 35 हजार फलस्तीनी मारे गए हैं। बंधकों की रिहाई पर वार्ता सफल न होने पर इजरायल 14 लाख बेघरों की रिहायश वाले रफाह पर जमीनी कार्रवाई के लिए तैयार है। इस सैन्य कार्रवाई में भारी खूनखराबे की आशंका है।
मिस्त्र की राजधानी काहिरा में अमेरिकी खुफिया संगठन सीआईए के प्रमुख विलियम बर्न्स, इजरायली अधिकारी और हमास का प्रतिनिधिमंडल युद्धविराम पर वार्ता के लिए मौजूद है। हमास के प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि अगर नेतन्याहू सोच बदलना नहीं चाहते हैं तो वार्ता को जारी रखने की कोई वजह नहीं है। जबकि इजरायली रक्षा मंत्री योएव गैलेंट ने कहा है कि हमास युद्धविराम को लेकर गंभीर नहीं है। वह इजरायल के साथ समझौता नहीं करना चाहता है।
गाजा में युद्ध खत्म नहीं करेगा इजरायल: हम किसी भी शर्तों को नहीं मानेंगे- नेतन्याहू
