नई दिल्ली। हर दो महीने के बाद एमपीसी की बैठक होती है। इस बैठक में समिति द्वारा रेपो रेट (Repo Rate) को लेकर फैसले लिए जाते हैं। अगस्त में 6 तारीख से बैठक शुरू हुई थी और आज इस बैठक के फैसलों का एलान किया जाएगा। जून में हुए एमपीसी बैठक में रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया था। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह 6.5 फीसदी पर स्थिर है।
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ के अनुमानों में बदलाव किया है। सभी तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ को कम किया गया है।
रिसर्जेंट इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश गादिया के अनुसार आरबीआई ने कृषि उत्पादन पर असर डालने वाले असमान मानसून और खाद्य पदार्थों की कीमतों में स्थिरता से उत्पन्न चिंताओं के कारण रेपो दर को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है। इसके अलावा, भू-राजनीतिक संकट के नए आयाम प्राप्त करने से संबंधित मुद्दों ने भी मुद्रास्फीति पर स्पष्ट नियंत्रण के बावजूद इस स्तर पर यथास्थिति बनाए रखने के पक्ष में भारी दबाव डाला है।
प्रदीप अग्रवाल, संस्थापक और अध्यक्ष, सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड ने कहा आरबीआई का दरों को अपरिवर्तित रखने का निर्णय मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने के इरादे से अपेक्षित तर्ज पर है। जबकि आरबीआई अपनी लक्ष्य सीमा के भीतर मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, अच्छे मानसून की उम्मीद शीर्ष बैंक को अगले महीनों में ब्याज दरें कम करने के लिए प्रेरित कर सकती है, जिससे रियल एस्टेट की बिक्री में और तेजी आएगी और संभावित घर खरीदारों को इसमें प्रवेश करने का अवसर भी मिलेगा।
एमपीसी बैठक में लिए गए कई अहम फैसले: रेपो रेट में नहीं हुआ बदलाव
