गैस रिफिलिंग में इस्तेमाल किए जा रहे उपकरण, कुल 63 गैस सिलेंडर, 5 नोजल सॉकेट, पाइप, गैस तोलने का कांटा आदि जब्त
जयपुर। उदयपुर जिले की जिला स्पेशल टीम ने एलपीजी गैस के अवैध कारोबार और कालाबाजारी में लिप्त 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में 04 गैस टैंकर, भारी संख्या में गैस की टंकियां और अवैध गैस भरने का सामान जब्त किया गया है। यह अभियान आम नागरिकों को गैस की किल्लत से निजात दिलाने और संभावित हादसों को रोकने के उद्देश्य से चलाया गया था।
जिले में गैस की कालाबाजारी पर एसपी का संज्ञान
उदयपुर जिले में पिछले कुछ समय से घरेलू एलपीजी गैस की कालाबाजारी चरम पर थी, जिसके कारण आम नागरिकों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को गैस की आपूर्ति में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए एसपी योगेश गोयल ने आम नागरिकों की असुविधा को दूर करने और इस अवैध कारोबार में लिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के लिए जिला स्पेशल टीम उदयपुर को विशेष रूप से आदेशित किया।
इस संबंध में गोयल ने जयपुर के पास नेशनल हाईवे 8 पर हुए एक गैस टैंकर रिसाव की दुर्घटना को भी ध्यान में रखा, जिसमें भारी जन-धन की हानि हुई थी। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई करने को दिये निर्देश पर जिला स्पेशल टीम प्रभारी पुलिस निरीक्षक श्याम सिंह रत्नू के नेतृत्व में टीम ने अपने मुखबिरों को इस कालाबाजारी पर कड़ी निगरानी रखने का कहा गया।
बुधवार 28 मई को डीएसटी टीम को चित्तौड़गढ़-उदयपुर नेशनल हाईवे पर, गांव डांगीखेड़ा स्थित पंडित होटल के पीछे, गैस टैंकरों से व्यावसायिक सिलेंडरों में अवैध रूप से गैस रिफिलिंग की पुख्ता सूचना मिली। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए टीम प्रभारी ने वल्लभनगर वृताधिकारी राजेंद्र सिंह जैन को इसकी जानकारी दी। जिन्होंने खेरोदा थानाधिकारी सुरेश विश्नोई और उनकी टीम को घटनास्थल पर बुलाया।
जिला स्पेशल टीम और वल्लभनगर वृताधिकारी की टीम ने मिलकर मौके पर छापा मारा और गैस टैंकरों से सिलेंडरों में गैस रिफिलिंग कर रहे आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
मौके से भारी मात्रा में सामग्री जब्त
छापेमारी के दौरान, पुलिस को मौके से कुल 4 गैस टैंकर, गैस रिफिलिंग में इस्तेमाल किए जा रहे उपकरण, कुल 63 गैस सिलेंडर, 5 नोजल सॉकेट, पाइप, गैस तोलने का कांटा और अन्य संबंधित सामान मिला।
टीम प्रभारी ने तत्काल जिला रसद अधिकारी मनीष भटनागर और एचपीसीएल के विक्रय अधिकारी दीपक आचार्य को घटनाक्रम की पूरी जानकारी देकर मौके पर बुलाया। जिन्होंने मौके पर पहुंच आवश्यक दस्तावेजों की जांच की। जांच में पाया गया कि आरोपी एलपीजी गैस की कालाबाजारी कर रहे थे। इसके बाद, उपरोक्त सभी सामान और 04 गैस टैंकरों को जिला रसद अधिकारी मनीष भटनागर की उपस्थिति में जब्त कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी
इस अवैध कारोबार में लिप्त छह आरोपियों राकेश नाथ पुत्र बहादुर नाथ निवासी भावताखेड़ी, भदेसर, चित्तौड़गढ़, किशनाराम पुत्र भंवरराम बिश्नोई, निवासी पीलवा, लोहावट, फलोदी, मनोज सुथार पुत्र रोशन लाल, निवासी अमरपुरा, थाना खेरोदा, जिला उदयपुर, त्रिलोक सिंह पुत्र पूरण सिंह, निवासी काबरा, ब्यावर, बाबूलाल पुत्र हरलाल गुर्जर, निवासी ओधंदा, हिंडोली, बूंदी एवं जितेंद्र सिंह पुत्र नाथू सिंह राजपूत, निवासी ईश्वरी, जिला पिंड, मध्य प्रदेश को को गिरफ्तार कर बीएनएस, इसी एक्ट और गैस सिलेंडर नियम व द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस (प्रदाय व विनियम आदेश 2000) के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।
अवैध कारोबार का खुलासा
पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पिछले दो महीनों में कुल 1228 व्यावसायिक सिलेंडरों में कालाबाजारी करते हुए गैस रिफिलिंग की है। इस अवैध कारोबार से न केवल आम नागरिकों को गैस आपूर्ति की समस्या का सामना करना पड़ा है, बल्कि इससे राजस्व को भी भारी मात्रा में हानि हुई है। यह भी सामने आया है कि आरोपी घटिया क्वालिटी के उपकरणों के माध्यम से और बिना प्रशिक्षित व्यक्तियों से गैस रिफिलिंग का अवैध कारोबार चला रहे थे। इससे कभी भी गैस रिसाव होने से कोई बड़ा हादसा होने की पूरी संभावना थी, जिससे भारी मात्रा में जन-धन की हानि हो सकती थी।
अवैध एलपीजी कारोबार का भंडाफोड़: उदयपुर में 6 गिरफ्तार, 4 गैस टैंकर जब्त
