नई दिल्ली। श्रीलंका की पारी में जब वॉशिंगटन सुंदर 17वां ओवर करने आए थे तब मेज़बान टीम को जीत के लिए सिर्फ़ 23 रन चाहिए थे। कुसल परेरा के रूप में श्रीलंका के पास एक सेट बल्लेबाज़ क्रीज़ पर मौजूद था और हाथ में आठ विकेट भी शेष थे। लेकिन उसी ओवर में दो विकेट लेने वाले वॉशिंगटन ने ही सुपर ओवर में भी श्रीलंका को दोहरा झटका देकर भारत की रोचक और अप्रत्याशित जीत सुनिश्चित कर दी।
भारत को सुपर ओवर में जीत के लिए सिर्फ़ तीन रन बनाने थे और सूर्यकुमार यादव ने महीश तीक्षणा की पहली गेंद पर ही चौका जड़कर भारत को जीत दिला दी और भारत ने इस श्रृंखला को 3-0 से अपने नाम कर लिया।
भारत की इस अप्रत्याशित जीत के तीन बड़े हीरो रहे। इसमें ख़ुद कप्तान सूर्यकुमार, वॉशिंगटन और रिंकू सिंह शामिल थे। हालांकि सूर्यकुमार और रिंकू ने अपने बल्ले से नहीं बल्कि इस बार गेंद के साथ मैच का पासा पलटा। वॉशिंगटन ने बल्लेबाज़ी (18 गेंद पर 25 रन) में पहले भारत को एक लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की और फिर इसके बाद उन्होंने श्रीलंकाई पारी के दौरान अपनी गेंदों के साथ कमाल दिखाया। वहीं सुपर ओवर में भी उन्होंने तीसरी और चौथी गेंद पर ही क्रमशः कुसल मेंडिस और पतुम निसंका को पवेलियन लौटा कर भारत की जीत पक्की कर दी।
सूर्यकुमार और रिंकू दोनों ही बल्ले के साथ कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पाए लेकिन स्पिन को मददगार पिच पर इन दोनों ने एक हारे हुए मैच की बाज़ी भारत के पक्ष में पलट दी। वॉशिंगटन जब 17वां ओवर कर के गए तब भारत के पास गेंदबाज़ी के लिए किसी भी प्रमुख स्पिनर का ओवर नहीं बचा था। लेकिन 18वें ओवर में खलील अहमद से गेंदबाज़ी कराने के बाद कप्तान सूर्यकुमार ने पहले रिंकू को भेजा और बाद में वह अंतिम ओवर करने ख़ुद आए, दोनों ने श्रीलंका को दोहरे झटके देकर एक जीता हुआ मैच विपक्षी टीम के जबड़े से छीन लिया।
इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट तो वॉशिंग्टन द्वारा डाला गया 17वां ओवर ही था, जिसमें उन्होंने लगातार दो गेंदों पर पहले वानिंदु हसरंगा और फिर कप्तान चरित असलंका को पवेलियन भेजा। हालांकि अभी भी श्रीलंका के हाथ में छह विकेट शेष थे और परेरा सेट बल्लेबाज़ परेरा भी क्रीज़ पर मौजूद थे और अंतिम दो ओवर में श्रीलंका को जीत के लिए सिर्फ़ नौ रन ही चाहिए थे। हालांकि रिंकू ने परेरा और रमेश मेंडिस दोनों को पवेलियन चलता कर एक बार फिर भारत की उम्मीदों को जगा दिया। लेकिन रिंकू ने पहले परेरा और फिर मेंडिस को पवेलियन चलता कर मैच का पासा एक बार फिर भारत के पक्ष में पलट दिया।
अंतिम ओवर में श्रीलंका को सिर्फ़ छह रन ही चाहिए थे लेकिन ओवर की स्मायसीमा समाप्त होने के चलते अंतिम ओवर में भारत को एक अतिरिक्त फ़ील्डर तीस ग़ज़ के दायरे के अंदर रखने पर मजबूर होना पड़ा। सामने दो बाएं हाथ के बल्लेबाज़ थे, ऐसे में सूर्यकुमार ने अपनी ऑफ़ स्पिन पर भरोसा जताना उचित समझा। अन्तिम गेंद पर तीन रन चाहिए थे लेकिन विपक्षी टीम सिर्फ़ दो रन ही जोड़ पाई और अब मैच का निर्णय सुपर ओवर से होने जा रहा था।
भारत इस मैच में चार बदलाव के साथ खेल रहा था। हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, ऋषभ पंत एयर अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ियों को आराम दिया गया था। यह श्रृंखला अब 3-0 से भारत के नाम है और भारतीय टीम अब एक और सकारात्मक उर्जा के साथ वनडे श्रृंखला का रुख़ करेगी। हालांकि श्रीलंका को अभी भी इस घरेलू दौरे पर एक जीत की तलाश है।ी
वॉशिंगटन, सूर्यकुमार और रिंकू की बदौलत सुपर ओवर में भारत ने किया श्रीलंका का सूपड़ा साफ़
