नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रज्वल रेवन्ना जैसे किसी व्यक्ति को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर जदएस सांसद को देश से बाहर जाने देने और आपत्तिजनक यौन वीडियो जारी करने का आरोप लगाया। कहा कि इस मामले में कार्रवाई करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है, क्योंकि यह कानून-व्यवस्था का मुद्दा है।
मोदी ने कहा कि हजारों वीडियो की मौजूदगी से पता चलता है कि ये उस समय के हैं, जब जदएस और कांग्रेस के बीच गठबंधन था। ये वीडियो तब एकत्र किए गए जब वे सत्ता में थे। लेकिन, इन्हें जारी तब किया गया, जब वोक्कालिगा बहुल क्षेत्र में मतदान संपन्न हो गया। घटनाक्रम को बेहद संदिग्ध बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वीडियो उनके देश से बाहर जाने के बाद जारी किए गए। अगर राज्य सरकार के पास जानकारी थी, तो उसे नजर रखनी चाहिए थी। हवाई अड्डे पर भी निगरानी रखनी चाहिए थी।
पीएम मोदी ने प्रज्वल पर यह टिप्पणी ऐसे समय की है, जब कांग्रेस लगातार इस मामले में उनकी चुप्पी को लेकर सवाल उठा रही थी। मोदी ने कहा, आपने कुछ नहीं किया। भारत सरकार को सूचित नहीं किया गया। इसका मतलब है कि यह एक राजनीतिक खेल था। हालांकि, यह मेरा मुद्दा नहीं है। मेरा मुद्दा यह है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए। हमारे देश में इस तरह का खेल बंद किया जाना चाहिए।
विदेशी शक्तियों द्वारा भारत के लोकसभा चुनावों को प्रभावित करने की बात मानते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया केवल राय देने से ज्यादा करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे प्रयास आखिरकार विफल साबित होंगे। पीएम ने कहा, मुझे लगता है कि यह विरोध केवल चार जून तक रहेगा। इसके बाद इन लोगों के पास न तो शक्ति होगी और न ही अस्तित्व रहेगा। केवल मेरे देश की शक्ति और हमारे उज्ज्वल लोकतंत्र का अस्तित्व रहेगा। दुनिया भारत के लोकतंत्र को एक नए नजरिये से देखेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक सरकार की मंशा पर उठाए गंभीर सवाल
